मुगल भारत क्यों आए थे?

मुगल भारत क्यों आए थे?

पूर्व प्राचीन युग में भारत को सोने कि चिड़िया कहा जाता था क्योंकि इस समय भारत एक काफी समृद्ध देश था जिसके कारण विदेशी आक्राताओ कि नजर हमेशा से ही भारत पर रही थी। जिसके चलते भारत पर अनेक विदेशी आक्रमण हुए,  जिसके कारण भारत धीरे धीरे बर्बाद होता चला गया। बहुत से लोगों को आज भी ऐसा लगता है कि अंग्रेजो ने भारत को बर्बादी कि राह दिखाई थी लेकिन ऐसा नहीं है क्योंकि अंग्रेजो से पहले भी भारत पर हजारों आक्रमण हुए थे जिनका उद्देश्य भारत को लुटना था। भारत पर पहला विदेशी आक्रमण सन् 636 ई में हुआ जो कि मुहम्मद बिन कासिम द्वारा सिंध पर किया गया, मुहम्मद बिन कासिम एक अरब आक्रमण कारी था इस प्रकार भारत पर पहला विदेशी आक्रमण अरबों द्वारा सन् 636ई में हुआ था। और यहीं से भारत को लूटने का दौर शुरू हो गया।

मुगल भारत क्यों आए 

मुगल भारत क्यों आए थे?

मुगल भारत क्यों आए थे?

इसके बाद भारत पर विदेशी आक्रमण का दौर शुरू हुआ जो कि भारत कि आजादी के समय सन् 1947ई तक इसी प्रकार चलता रहा।अरब आक्रमण के बाद सन् 932ई के आसपास तुर्की आक्रमण हुए जिसके बाद तो मानो दुनिया में भारत पर आक्रमण कि प्रतियोगिता सी चलने लग गई थी जिसका भारत को बर्बादी कि राह पकड़नी पड़ गई। इन लूटपाट का नुकसान आज भी भारत झेल रहा है जिसका एक उदाहरण सोमनाथ का मंदिर है जिसे महमूद गजनवी द्वारा लूटा गया था।

मुगल भारत क्यों आए थे?

☆महमूद गजनवी द्वारा सोमनाथ मंदिर लूटना

महमूद गजनवी का जन्म सन् 971ई में हुआ तथा 998ई में वह शासक बना। गजनवी ने सन् 1000ई से 1027ई के बीच भारत पर 17 बार आक्रमण किए थे भारत पर इतने कम समय में इतने ज्यादा आक्रमण करने वाला दुनिया का पहला शासक महमूद गजनवी ही था इसके द्वारा भारत पर आक्रमण करने का मात्र एक ही उद्देश्य था- धन प्राप्त करना। इसी उद्देश्य के चलते उसने सन् 1025ई में सोमनाथ मंदिर को लूटा था कहा जाता है कि भारत इसके सभी आक्रमणो मे से केवल यही आक्रमण ऐसा था जिसमें उसे सबसे ज्यादा धन प्राप्त हुआ था यह आक्रमण इतना खतरनाक था कि इसकी लूट के बाद जब भी लोग सोमनाथ मंदिर को देखते तो उन्हें गजनवी कि याद आ जाया करती थी।

☆मुहम्मद गौरी का भारत पर आक्रमण

मुहम्मद गौरी को भारत में मुस्लिम राज्य का संस्थापक माना जाता है मुहम्मद गौरी के अन्य नाम शिहाब-उद्-दीन जिसे मुहज-उद्-दीन मोहम्मद बिन साम भी कहा जाता है।  मुहम्मद गौरी सन् 1173ई में गजनी का सुबेदार बना, इसने 1178ई को गुजरात कि राजधानी अन्हिलशाड़ा पर आक्रमण किया लेकिन इस युद्ध में मूलराज-II ने इसे पराजित कर दिया। इसके बाद इसे तराईन के प्रथम युद्ध में प्रथ्वीराज चौहान ने हराया लेकिन इस हार ने गौरी को एक सबक मिला जबकि प्रथ्वीराज चौहान इस जित के बाद जश्न मनाने मे व्यस्त हो गया जिससे गौरी को उपयुक्त सेना इकट्ठा करने का समय मिल गया। जिसके चलते अगले वर्ष 1192ई में तराईन के द्वितीय युद्ध में मुहम्मद गौरी कि विजय के बाद पुरे भारत में मुस्लिम राज्य कि स्थापना हुई, लगभग 1206ई में मुहम्मद गौरी कि हत्या हो गयी जिसके बाद 1206ई से 1526ई तक भारत में कुछ ओर भी देशी तथा विदेशी शासकों ने शासन किया था।

☆ मुगल भारत क्यों आए थे? 

मुगलो ने भारत पर 1526ई से 1857ई तक लगभग 331 वर्षों तक राज किया वैसे तो 16वी शदि से अंग्रेजो का शासन शुरू हो गया था लेकिन पुरी तरह से मुगलो का अंत सन् 1857 कि क्रांति में अंतिम मुगल शासक बहादुर शाह जफर के शासन कि समाप्त होने पर हुआ। मुगलो के भारत आने के प्रमुख कारण- 
1 प्राचीन काल में भारत एक बहुत विकसित देश था तथा बहुत सारे मुल्यवान वस्तुओं का निर्यात भारत किया करता था इसलिए मुगल भारत को लूटने के इरादे से आए थे।
2 मुगल जिस समय भारत आए थे उस समय में प्रत्येक शासक अपने साम्राज्य का विस्तार करना चाहता था इसलिए हो सकता है कि मुगल भी अपने साम्राज्य के विस्तार के इरादे से भारत आए थे।
3 बहुत सारे भारतीय राजा ऐसे थे कि जब उनका किसी भारतीय राजा के साथ युद्ध होता था तब वे किसी शक्तिशाली विदेशी राजा को अपने पक्ष में लड़ने के लिए आमंत्रित करते थे इसी प्रकार मुगलो को भी बहुत से भारतीय शासकों द्वारा आमंत्रित किया गया था।
4 प्राचीन भारतीय संस्कृति, अफगानि संस्कृति के काफी करीब थी जिसके कारण जो अफगानी यहाँ पर आते थे वे भारत की संस्कृति में मिल जाता था।
5 पहले अफगानी लोग काफी गरीब होते थे जिसके चलते वे लोग भारत में रोजगार तथा व्यापार की तलाश में यहाँ पर आते थे तथा यही पर बस जाते थे।

☆ मुहम्मद जहीरूद्धीन बाबर

बाबर का जन्म 14 फरवरी 1483ई को तुर्किस्तान में हुआ था वह तेमुंर का वंशज एवं चुगताई तुर्क था अपने पिता कि मृक्यु के बाद 11 वर्ष की आयु में वह शासक फरगना का शासक बन गया। बाबर ने 1519ई से 1526ई तक भारत पर 5 बार आक्ररमण किया, उसका प्ररथम आक्ररमण 1519 में बाजौर एवं भेरा पर हुआ। 
21 अप्रैल 1526ई को बाबर का दिल्ली के सुल्तान ईब्राहीम लेदी के साथ पानीपत नामक स्थान पर युद्ध हुआ जिसमें बाबर को सफलता प्राप्त हुई। इस युध्द को पानीपत काप्ररथम युध्द भी कहा जाता हैं। इस युद्घ में बाबर कि जीत के साथ ही दिल्ली सल्ततनत के शासन का अंत हो गया तथा भारत में मुगल वशं के शासन कि शुरूआत हुई। इस जीत के बाद बाबर नें 1527ई में खानवा के युद्ध में मेवाड़ के महाराणा साॅंगा को हराया तथा बाबर ही वह शासक था जिसनें भारत में पहली बार तोपखाने का इस्तमाल किया था। इसके बाद लगभग 1530ई में बाबर कि मृत्यु हो गई तथा उसका पुत्र हुमायूॅं शासन करने लगा।

मुगल भारत क्यों आए थे?

पूर्व प्राचीन युग में भारत को सोने कि चिड़िया कहा जाता था क्योंकि इस समय भारत एक काफी समृद्ध देश था जिसके कारण विदेशी आक्राताओ कि नजर हमेशा से ही भारत पर रही थी। जिसके चलते भारत पर अनेक विदेशी आक्रमण हुए,  जिसके कारण भारत धीरे धीरे बर्बाद होता चला गया। बहुत से लोगों को आज भी ऐसा लगता है कि अंग्रेजो ने भारत को बर्बादी कि राह दिखाई थी लेकिन ऐसा नहीं है क्योंकि अंग्रेजो से पहले भी भारत पर हजारों आक्रमण हुए थे जिनका उद्देश्य भारत को लुटना था। भारत पर पहला विदेशी आक्रमण सन् 636 ई में हुआ जो कि मुहम्मद बिन कासिम द्वारा सिंध पर किया गया, मुहम्मद बिन कासिम एक अरब आक्रमण कारी था इस प्रकार भारत पर पहला विदेशी आक्रमण अरबों द्वारा सन् 636ई में हुआ था। और यहीं से भारत को लूटने का दौर शुरू हो गया।

मुगल भारत क्यों आए 

मुगल भारत क्यों आए थे?

मुगल भारत क्यों आए थे?

इसके बाद भारत पर विदेशी आक्रमण का दौर शुरू हुआ जो कि भारत कि आजादी के समय सन् 1947ई तक इसी प्रकार चलता रहा।अरब आक्रमण के बाद सन् 932ई के आसपास तुर्की आक्रमण हुए जिसके बाद तो मानो दुनिया में भारत पर आक्रमण कि प्रतियोगिता सी चलने लग गई थी जिसका भारत को बर्बादी कि राह पकड़नी पड़ गई। इन लूटपाट का नुकसान आज भी भारत झेल रहा है जिसका एक उदाहरण सोमनाथ का मंदिर है जिसे महमूद गजनवी द्वारा लूटा गया था।

मुगल भारत क्यों आए थे?

☆महमूद गजनवी द्वारा सोमनाथ मंदिर लूटना

महमूद गजनवी का जन्म सन् 971ई में हुआ तथा 998ई में वह शासक बना। गजनवी ने सन् 1000ई से 1027ई के बीच भारत पर 17 बार आक्रमण किए थे भारत पर इतने कम समय में इतने ज्यादा आक्रमण करने वाला दुनिया का पहला शासक महमूद गजनवी ही था इसके द्वारा भारत पर आक्रमण करने का मात्र एक ही उद्देश्य था- धन प्राप्त करना। इसी उद्देश्य के चलते उसने सन् 1025ई में सोमनाथ मंदिर को लूटा था कहा जाता है कि भारत इसके सभी आक्रमणो मे से केवल यही आक्रमण ऐसा था जिसमें उसे सबसे ज्यादा धन प्राप्त हुआ था यह आक्रमण इतना खतरनाक था कि इसकी लूट के बाद जब भी लोग सोमनाथ मंदिर को देखते तो उन्हें गजनवी कि याद आ जाया करती थी।

☆मुहम्मद गौरी का भारत पर आक्रमण

मुहम्मद गौरी को भारत में मुस्लिम राज्य का संस्थापक माना जाता है मुहम्मद गौरी के अन्य नाम शिहाब-उद्-दीन जिसे मुहज-उद्-दीन मोहम्मद बिन साम भी कहा जाता है।  मुहम्मद गौरी सन् 1173ई में गजनी का सुबेदार बना, इसने 1178ई को गुजरात कि राजधानी अन्हिलशाड़ा पर आक्रमण किया लेकिन इस युद्ध में मूलराज-II ने इसे पराजित कर दिया। इसके बाद इसे तराईन के प्रथम युद्ध में प्रथ्वीराज चौहान ने हराया लेकिन इस हार ने गौरी को एक सबक मिला जबकि प्रथ्वीराज चौहान इस जित के बाद जश्न मनाने मे व्यस्त हो गया जिससे गौरी को उपयुक्त सेना इकट्ठा करने का समय मिल गया। जिसके चलते अगले वर्ष 1192ई में तराईन के द्वितीय युद्ध में मुहम्मद गौरी कि विजय के बाद पुरे भारत में मुस्लिम राज्य कि स्थापना हुई, लगभग 1206ई में मुहम्मद गौरी कि हत्या हो गयी जिसके बाद 1206ई से 1526ई तक भारत में कुछ ओर भी देशी तथा विदेशी शासकों ने शासन किया था।

☆ मुगल भारत क्यों आए थे? 

मुगलो ने भारत पर 1526ई से 1857ई तक लगभग 331 वर्षों तक राज किया वैसे तो 16वी शदि से अंग्रेजो का शासन शुरू हो गया था लेकिन पुरी तरह से मुगलो का अंत सन् 1857 कि क्रांति में अंतिम मुगल शासक बहादुर शाह जफर के शासन कि समाप्त होने पर हुआ। मुगलो के भारत आने के प्रमुख कारण- 
1 प्राचीन काल में भारत एक बहुत विकसित देश था तथा बहुत सारे मुल्यवान वस्तुओं का निर्यात भारत किया करता था इसलिए मुगल भारत को लूटने के इरादे से आए थे।
2 मुगल जिस समय भारत आए थे उस समय में प्रत्येक शासक अपने साम्राज्य का विस्तार करना चाहता था इसलिए हो सकता है कि मुगल भी अपने साम्राज्य के विस्तार के इरादे से भारत आए थे।
3 बहुत सारे भारतीय राजा ऐसे थे कि जब उनका किसी भारतीय राजा के साथ युद्ध होता था तब वे किसी शक्तिशाली विदेशी राजा को अपने पक्ष में लड़ने के लिए आमंत्रित करते थे इसी प्रकार मुगलो को भी बहुत से भारतीय शासकों द्वारा आमंत्रित किया गया था।
4 प्राचीन भारतीय संस्कृति, अफगानि संस्कृति के काफी करीब थी जिसके कारण जो अफगानी यहाँ पर आते थे वे भारत की संस्कृति में मिल जाता था।
5 पहले अफगानी लोग काफी गरीब होते थे जिसके चलते वे लोग भारत में रोजगार तथा व्यापार की तलाश में यहाँ पर आते थे तथा यही पर बस जाते थे।

☆ मुहम्मद जहीरूद्धीन बाबर

बाबर का जन्म 14 फरवरी 1483ई को तुर्किस्तान में हुआ था वह तेमुंर का वंशज एवं चुगताई तुर्क था अपने पिता कि मृक्यु के बाद 11 वर्ष की आयु में वह शासक फरगना का शासक बन गया। बाबर ने 1519ई से 1526ई तक भारत पर 5 बार आक्ररमण किया, उसका प्ररथम आक्ररमण 1519 में बाजौर एवं भेरा पर हुआ। 
21 अप्रैल 1526ई को बाबर का दिल्ली के सुल्तान ईब्राहीम लेदी के साथ पानीपत नामक स्थान पर युद्ध हुआ जिसमें बाबर को सफलता प्राप्त हुई। इस युध्द को पानीपत काप्ररथम युध्द भी कहा जाता हैं। इस युद्घ में बाबर कि जीत के साथ ही दिल्ली सल्ततनत के शासन का अंत हो गया तथा भारत में मुगल वशं के शासन कि शुरूआत हुई। इस जीत के बाद बाबर नें 1527ई में खानवा के युद्ध में मेवाड़ के महाराणा साॅंगा को हराया तथा बाबर ही वह शासक था जिसनें भारत में पहली बार तोपखाने का इस्तमाल किया था। इसके बाद लगभग 1530ई में बाबर कि मृत्यु हो गई तथा उसका पुत्र हुमायूॅं शासन करने लगा।

मुगल भारत क्यों आए थे?

पूर्व प्राचीन युग में भारत को सोने कि चिड़िया कहा जाता था क्योंकि इस समय भारत एक काफी समृद्ध देश था जिसके कारण विदेशी आक्राताओ कि नजर हमेशा से ही भारत पर रही थी। जिसके चलते भारत पर अनेक विदेशी आक्रमण हुए,  जिसके कारण भारत धीरे धीरे बर्बाद होता चला गया। बहुत से लोगों को आज भी ऐसा लगता है कि अंग्रेजो ने भारत को बर्बादी कि राह दिखाई थी लेकिन ऐसा नहीं है क्योंकि अंग्रेजो से पहले भी भारत पर हजारों आक्रमण हुए थे जिनका उद्देश्य भारत को लुटना था। भारत पर पहला विदेशी आक्रमण सन् 636 ई में हुआ जो कि मुहम्मद बिन कासिम द्वारा सिंध पर किया गया, मुहम्मद बिन कासिम एक अरब आक्रमण कारी था इस प्रकार भारत पर पहला विदेशी आक्रमण अरबों द्वारा सन् 636ई में हुआ था। और यहीं से भारत को लूटने का दौर शुरू हो गया।

मुगल भारत क्यों आए 

मुगल भारत क्यों आए थे?

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इसके बाद भारत पर विदेशी आक्रमण का दौर शुरू हुआ जो कि भारत कि आजादी के समय सन् 1947ई तक इसी प्रकार चलता रहा।अरब आक्रमण के बाद सन् 932ई के आसपास तुर्की आक्रमण हुए जिसके बाद तो मानो दुनिया में भारत पर आक्रमण कि प्रतियोगिता सी चलने लग गई थी जिसका भारत को बर्बादी कि राह पकड़नी पड़ गई। इन लूटपाट का नुकसान आज भी भारत झेल रहा है जिसका एक उदाहरण सोमनाथ का मंदिर है जिसे महमूद गजनवी द्वारा लूटा गया था।

मुगल भारत क्यों आए थे?

☆महमूद गजनवी द्वारा सोमनाथ मंदिर लूटना

महमूद गजनवी का जन्म सन् 971ई में हुआ तथा 998ई में वह शासक बना। गजनवी ने सन् 1000ई से 1027ई के बीच भारत पर 17 बार आक्रमण किए थे भारत पर इतने कम समय में इतने ज्यादा आक्रमण करने वाला दुनिया का पहला शासक महमूद गजनवी ही था इसके द्वारा भारत पर आक्रमण करने का मात्र एक ही उद्देश्य था- धन प्राप्त करना। इसी उद्देश्य के चलते उसने सन् 1025ई में सोमनाथ मंदिर को लूटा था कहा जाता है कि भारत इसके सभी आक्रमणो मे से केवल यही आक्रमण ऐसा था जिसमें उसे सबसे ज्यादा धन प्राप्त हुआ था यह आक्रमण इतना खतरनाक था कि इसकी लूट के बाद जब भी लोग सोमनाथ मंदिर को देखते तो उन्हें गजनवी कि याद आ जाया करती थी।

☆मुहम्मद गौरी का भारत पर आक्रमण

मुहम्मद गौरी को भारत में मुस्लिम राज्य का संस्थापक माना जाता है मुहम्मद गौरी के अन्य नाम शिहाब-उद्-दीन जिसे मुहज-उद्-दीन मोहम्मद बिन साम भी कहा जाता है।  मुहम्मद गौरी सन् 1173ई में गजनी का सुबेदार बना, इसने 1178ई को गुजरात कि राजधानी अन्हिलशाड़ा पर आक्रमण किया लेकिन इस युद्ध में मूलराज-II ने इसे पराजित कर दिया। इसके बाद इसे तराईन के प्रथम युद्ध में प्रथ्वीराज चौहान ने हराया लेकिन इस हार ने गौरी को एक सबक मिला जबकि प्रथ्वीराज चौहान इस जित के बाद जश्न मनाने मे व्यस्त हो गया जिससे गौरी को उपयुक्त सेना इकट्ठा करने का समय मिल गया। जिसके चलते अगले वर्ष 1192ई में तराईन के द्वितीय युद्ध में मुहम्मद गौरी कि विजय के बाद पुरे भारत में मुस्लिम राज्य कि स्थापना हुई, लगभग 1206ई में मुहम्मद गौरी कि हत्या हो गयी जिसके बाद 1206ई से 1526ई तक भारत में कुछ ओर भी देशी तथा विदेशी शासकों ने शासन किया था।

☆ मुगल भारत क्यों आए थे? 

मुगलो ने भारत पर 1526ई से 1857ई तक लगभग 331 वर्षों तक राज किया वैसे तो 16वी शदि से अंग्रेजो का शासन शुरू हो गया था लेकिन पुरी तरह से मुगलो का अंत सन् 1857 कि क्रांति में अंतिम मुगल शासक बहादुर शाह जफर के शासन कि समाप्त होने पर हुआ। मुगलो के भारत आने के प्रमुख कारण- 
1 प्राचीन काल में भारत एक बहुत विकसित देश था तथा बहुत सारे मुल्यवान वस्तुओं का निर्यात भारत किया करता था इसलिए मुगल भारत को लूटने के इरादे से आए थे।
2 मुगल जिस समय भारत आए थे उस समय में प्रत्येक शासक अपने साम्राज्य का विस्तार करना चाहता था इसलिए हो सकता है कि मुगल भी अपने साम्राज्य के विस्तार के इरादे से भारत आए थे।
3 बहुत सारे भारतीय राजा ऐसे थे कि जब उनका किसी भारतीय राजा के साथ युद्ध होता था तब वे किसी शक्तिशाली विदेशी राजा को अपने पक्ष में लड़ने के लिए आमंत्रित करते थे इसी प्रकार मुगलो को भी बहुत से भारतीय शासकों द्वारा आमंत्रित किया गया था।
4 प्राचीन भारतीय संस्कृति, अफगानि संस्कृति के काफी करीब थी जिसके कारण जो अफगानी यहाँ पर आते थे वे भारत की संस्कृति में मिल जाता था।
5 पहले अफगानी लोग काफी गरीब होते थे जिसके चलते वे लोग भारत में रोजगार तथा व्यापार की तलाश में यहाँ पर आते थे तथा यही पर बस जाते थे।

☆ मुहम्मद जहीरूद्धीन बाबर

बाबर का जन्म 14 फरवरी 1483ई को तुर्किस्तान में हुआ था वह तेमुंर का वंशज एवं चुगताई तुर्क था अपने पिता कि मृक्यु के बाद 11 वर्ष की आयु में वह शासक फरगना का शासक बन गया। बाबर ने 1519ई से 1526ई तक भारत पर 5 बार आक्ररमण किया, उसका प्ररथम आक्ररमण 1519 में बाजौर एवं भेरा पर हुआ। 
21 अप्रैल 1526ई को बाबर का दिल्ली के सुल्तान ईब्राहीम लेदी के साथ पानीपत नामक स्थान पर युद्ध हुआ जिसमें बाबर को सफलता प्राप्त हुई। इस युध्द को पानीपत काप्ररथम युध्द भी कहा जाता हैं। इस युद्घ में बाबर कि जीत के साथ ही दिल्ली सल्ततनत के शासन का अंत हो गया तथा भारत में मुगल वशं के शासन कि शुरूआत हुई। इस जीत के बाद बाबर नें 1527ई में खानवा के युद्ध में मेवाड़ के महाराणा साॅंगा को हराया तथा बाबर ही वह शासक था जिसनें भारत में पहली बार तोपखाने का इस्तमाल किया था। इसके बाद लगभग 1530ई में बाबर कि मृत्यु हो गई तथा उसका पुत्र हुमायूॅं शासन करने लगा।

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